sitaare zameen par- हर बच्चा खास होता है

sitaare zameen par review
फिल्म का नाम: सितारे ज़मीन पर
निर्देशक: आमिर खान
मुख्य कलाकार: आमिर खान, दर्शील सफारी
शैली: पारिवारिक, इमोशनल ड्रामा
भाषा: हिंदी
रिलीज़ वर्ष: 2007
रेटिंग: 🌟🌟🌟🌟☆ (4.5/5)
फिल्म की कहानी
” sitaare zameen पर ” एक ऐसे छोटे बच्चे ईशान की कहानी है, जिसे पढ़ाई में बहुत परेशानी होती है। वह अक्षर उल्टा पढ़ता है, शब्दों को ठीक से नहीं पहचान पाता और पढ़ने-लिखने में कमजोर है। उसके माँ-बाप और स्कूल वाले समझते हैं कि वो लापरवाह और जिद्दी है। जब ईशान के माता-पिता उसे हॉस्टल भेज देते हैं, तब उसकी जिंदगी में एक नया आर्ट टीचर आता है – राम शंकर निकुंभ (आमिर खान)। यह टीचर ईशान की परेशानी को समझता है और धीरे-धीरे उसमें छिपी प्रतिभा को पहचानता है।
बच्चों की नजर से दुनिया
इस फिल्म की सबसे खास बात यह है कि यह बच्चों की दुनिया को उनकी नजर से दिखाती है। हमें यह समझने को मिलता है कि हर बच्चा पढ़ाई में तेज नहीं होता, लेकिन उसके अंदर कोई न कोई खूबी जरूर होती है। फिल्म हमें सिखाती है कि बच्चों को डांटना या दबाव डालना सही तरीका नहीं है। उन्हें प्यार और समझ की ज़रूरत होती है।
Aamir Khan की जबरजस्त एक्टिंग
दर्शील सफारी ने ईशान का रोल इतनी ईमानदारी से निभाया है कि उसकी तकलीफ और डर हमें महसूस होता है। उसकी आंखों में जो मासूमियत और दर्द है, वो सीधे दिल को छू जाता है।आमिर खान एक प्यारे और समझदार टीचर के रूप में बहुत अच्छा काम करते हैं। वो ईशान को समझते हैं, उसकी मदद करते हैं और उसमें आत्मविश्वास भरते हैं।
दिल को छू लेने वाला संगीत
फिल्म का म्यूजिक शंकर-एहसान-लॉय ने दिया है और गाने बहुत ही भावुक और खूबसूरत हैं।
“माँ” गाना हर किसी की आंखों में आंसू ला देता है।
“जिंदगी रोशनी” जैसे गाने फिल्म को और भी खास बना देते हैं।
ये गाने सिर्फ सुनने में अच्छे नहीं हैं, बल्कि फिल्म की कहानी को और मजबूत बनाते हैं।
निर्देशन और मैसेज
आमिर खान ने फिल्म को बहुत सादगी और प्यार से बनाया है। फिल्म में कोई दिखावा नहीं है, सबकुछ बहुत नेचुरल लगता है। ये फिल्म हमें सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हम अपने बच्चों को समझ रहे हैं? क्या हम उनकी परेशानियों को नजरअंदाज तो नहीं कर रहे?
क्यों देखें ये फिल्म?
- यह फिल्म हर माँ-बाप और शिक्षक को ज़रूर देखनी चाहिए
2. बच्चों की सोच और तकलीफों को समझने में मदद करती है
3. यह एक इमोशनल और दिल को छू लेने वाली कहानी है
4.बच्चों की पढ़ाई से जुड़ी सोच को बदलती है
5.हर बच्चा खास होता है – यही इस फिल्म का मैसेज है
हमारा निष्कर्ष
“sitaare zameen par” एक ऐसी फिल्म है जो सिर्फ एंटरटेनमेंट नहीं देती, बल्कि एक गहरी सीख भी देती है। यह फिल्म हमें बताती है कि हमें अपने बच्चों को समझने की ज़रूरत है, उन्हें प्यार देना चाहिए, ताकि वो अपनी दुनिया में चमक सकें। यह फिल्म न केवल दिल को छूती है, बल्कि सोच बदलने का काम भी करती है। अगर आपने अब तक यह फिल्म नहीं देखी है, तो ज़रूर देखें।
आपकी राय क्या है?
क्या आपने sitaare zameen par देखी है?
क्या यह फिल्म आपके दिल को छू पाई?
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