air india ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में की 15% कटौती करने की घोषणा की है। भारत के लिए खतरनाक है
air india ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में की कटौती, विमान हादसे के बाद मचा हड़कंप
air india ने हाल ही में अहमदाबाद में हुए विमान हादसे और मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के चलते अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में 15% कटौती करने की घोषणा की है। यह फैसला सुरक्षा जांच और वायु क्षेत्र की बाधाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
क्या हुआ था?
12 जून 2025 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन गेटविक के लिए उड़ान भर रही थी, टेकऑफ के कुछ समय बाद ही क्रैश हो गई। इस दर्दनाक हादसे में 242 में से 241 यात्रियों की मौत हो गई, साथ ही ज़मीन पर भी कई लोग हताहत हुए। यह भारत के विमानन इतिहास में सबसे भीषण हादसों में से एक बन गया।
हादसे की जांच
DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) ने तुरंत एक उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए। दोनों ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिए गए हैं और शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार विमान में इंजन या हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी पाई गई है। इसके साथ ही, Ram Air Turbine (RAT) के सक्रिय होने के संकेत मिले हैं, जो आमतौर पर इमरजेंसी की स्थिति में अपने आप सक्रिय होती है।
ब्रिटेन, अमेरिका और बोइंग कंपनी की टीमें भी जांच में शामिल हैं ताकि हादसे के असली कारणों का जल्द पता लगाया जा सके।
✈️ उड़ानों में कटौती क्यों की गई?
इस घटना के बाद, एयर इंडिया ने अपने बेड़े में शामिल सभी Boeing 787 और 777 विमानों की विस्तृत जांच शुरू की है। अभी तक 33 में से 26 Dreamliner विमानों की जांच पूरी हो चुकी है, जबकि बाकी विमानों को उड़ानों से हटा दिया गया है।
इसके अलावा, ईरान और इज़राइल के बीच बढ़े तनाव की वजह से कई एयरस्पेस अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं, जिससे उड़ानों के मार्ग प्रभावित हुए हैं। इन सभी कारणों की वजह से एयर इंडिया ने 15% अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द या स्थगित करने का निर्णय लिया है।
यात्रियों के लिए राहत की घोषणाएँ
air india ने यह साफ कर दिया है कि जिन यात्रियों की उड़ानें प्रभावित हुई हैं, उन्हें फ्री रीबुकिंग, नई तारीख पर यात्रा का विकल्प और पूरा रिफंड दिया जाएगा। एयरलाइन की कोशिश है कि यात्रियों को कम से कम परेशानी हो और वैकल्पिक व्यवस्था शीघ्र की जाए।
आगे क्या होगा?
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15% उड़ानों की कटौती कम से कम मिड-जुलाई तक जारी रहेगी।
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उड़ानों का नया टाइम टेबल 20 जून से प्रभावी होगा।
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सभी Dreamliner और Boeing 777 विमानों की गहन तकनीकी जांच पूरी होने तक सेवा सीमित रहेगी।
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हादसे की जांच में अगले कुछ हफ्तों में और भी खुलासे होने की उम्मीद है।